Bihar Politics: बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हालिया मुलाकात को लेकर अटकलें तेज हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे की तैयारियां शुरू हो गई हैं.

Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति में गुरुवार को नई हलचल देखने को मिली जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. शाह उसी दिन पटना में अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने आए थे. दोनों नेताओं की यह बातचीत राजनीतिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बन गई है और अटकलें तेज हो गई हैं कि यह आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की तैयारियों का हिस्सा हो सकती है.
BJP-JDU के बीच सीटों के शुरुआती खाके पर बनी सहमति!
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में बिहार भाजपा के नेताओं के अलावा नीतीश के दो खास सिपहसालार संजय झा और विजय चौधरी भी मौजूद थे. मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा और जदयू के बीच सीटों के शुरुआती खाके पर सहमति बन चुकी है. अब इसे लेकर लोजपा (LJP), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मत्स्यजीवी पार्टी (RLM) जैसे सहयोगी दलों के साथ भी बातचीत चल रही है.
कब लिया जाएगा सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला?
गठबंधन के भीतर सभी दलों को संतुलित हिस्सेदारी देने का प्रयास किया जा रहा है ताकि चुनावी समर में एनडीए एकजुट दिख सके. पटना के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि सीट बंटवारे का अंतिम फैसला नवरात्र के दौरान घोषित किया जा सकता है. नवरात्र का पर्व 22 सितंबर से शुरू हो रहा है और यह अवसर एनडीए के लिए एकजुटता का संदेश जनता तक पहुंचाने का भी माना जा रहा है.
अक्टूबर के पहले सप्ताह में हो सकती है चुनाव की घोषणा
चुनावी पटल पर यह समय महत्वपूर्ण है. बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा अक्टूबर के पहले सप्ताह में हो सकती है. इस बार छठ पूजा के बाद मतदान होने की संभावना जताई जा रही है. 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू की स्थिति अपेक्षाकृत कमजोर रही थी, जबकि भाजपा बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. लेकिन हाल के दिनों में नीतीश कुमार के एनडीए में लौटने के बाद समीकरण बदल गए हैं.
गठबंधन में क्या चाहते हैं नीतीश?
बीजेपी नेतृत्व यह सुनिश्चित करना चाहता है कि गठबंधन की एकता बनी रहे और विपक्षी गठबंधन INDIA को चुनौती दी जा सके. वहीं, नीतीश कुमार भी सतर्क हैं और चाहते हैं कि उन्हें गठबंधन में सम्मानजनक हिस्सेदारी मिले. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आगामी सीट बंटवारा और गठबंधन की घोषणा बिहार की राजनीति में निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है. इस मुलाकात और सीट बंटवारे की तैयारियों ने बिहार की राजनीतिक हवा में हलचल बढ़ा दी है.