Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी प्रमुख दल पूरी ताकत के साथ प्रचार अभियान में जुट गए हैं। एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर कई राउंड चर्चा हुई है। माना जा रहा है कि इसी हफ्ते औपचारिक ऐलान भी हो जाएगा। मंगलवार को चिराग पासवान और धर्मेंद्र प्रधान की इस मुद्दे पर अहम बैठक हुई है। प्रधान ही बिहार चुनाव में बीजेपी के प्रभारी हैं। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि बंटवारे पर आम सहमति बन गई है। बीजेपी ने पहले ही कहा था कि सभी सहयोगियों को सम्मानजनक स्थान दिया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो बीजेपी और चिराग पासवान के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी से एक सीट ज्यादा पर जेडीयू लड़ेगी। बीजेपी अपने कोटे से एलजेपी और जीतनराम मांझी की पार्टी हम को समायोजित कर सकती है। नीतीश कुमार के कोटे से उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को अडजस्ट किया जाएगा।
Chirag Paswan को मिलेंगी 25 सीटें
- मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो चिराग पासवान को बीजेपी 25 सीटें देने के लिए तैयार हो गई है। इस बात पर भी सहमति बनी है कि बीजेपी के कुछ उम्मीदवार चिराग की पार्टी के चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे।
- चिराग पासवान ने मीटिंग से बाहर निकलकर मीडिया से कोई बात नहीं की, लेकिन यह संकेत जरूर दे दिया है कि वह संतुष्ट हैं। उन्होंने इतना जरूर कहा कि एनडीए में किसी मुद्दे पर मतभेद जैसी कोई बात नहीं है।
Seat Sharing के बाद होगी अहम मुद्दों पर चर्चा
बीजेपी की कोशिश है कि सीट शेयरिंग का फॉर्मूला जितनी जल्दी हो सके सुलझा लिया जाए और उसके बाद यह तय होगा कि कौन सी सीट किस पार्टी के खाते में आएगी। इसी बंटवारे के मुताबिक चुनाव प्रचार शुरू किया जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव की कमान अपने हाथ में ली है। उन्होंने हर क्षेत्र के लिए अलग चुनावी रणनीति तय की है। बिहार चुनाव में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। एनडीए और महागठबंधन के अलावा प्रशांत किशोर की पार्टी भी मैदान में है। इसके अलावा, असदुद्दीन ओवैसी भी सीमांचल क्षेत्र में एक चुनौती हैं। Bihar Chunav में चिराग पासवान की भूमिका पर रहेगी नजर
बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की भूमिका पर इस बार सबकी नजर रहेगी। वह बार-बार बिहार लौटने की बात करते हैं, लेकिन अब तक उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है कि वह इस चुनाव में खुद उतरेंगे या नहीं। चिराग पासवान फिलहाल केंद्र सरकार में मंत्री हैं। अगर वह विधानसभा चुनाव लड़ते हैं और एनडीए की सरकार बनती है, तो उन्हें कोई बड़ा पद दिया जा सकता है। हालांकि, इस चुनाव में एनडीए के लिए सीएम फेस नीतीश कुमार ही हैं।