Bihar: चुनाव आयोग की तरफ से मंगलवार को जारी किए गए फाइनल वोटर लिस्ट के मुताबिक बिहार में कुल 7,41,92,357 योग्य वोटर है. एसआईआर के दौरान 21 लाख से ज्यादा नए वोटर जुड़े हैं. वहीं, 70 लाख के करीब अयोग्य वोटरों का नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया है.

Bihar: भारत निर्वाचन आयोग ने एसआइआर के बाद शनिवार को राज्य की सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों की वोटर लिस्ट जारी कर दिया है. अंतिम मतदाता सूची में राज्य के सात करोड़ 41 लाख 92 हजार 357 योग्य मतदाताओं का नाम शामिल किया गया है. सूची में तीन करोड़ 92 लाख सात हजार 804 पुरुष मतदाता हैं जबकि तीन करोड़ 49 लाख 82 हजार 828 महिला वोटर शामिल हैं. सूची में 1725 थर्ड जेंडर के वोटर हैं. विशेष श्रेणी में 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या चार लाख तीन हजार 985 है. अंतिम सूची में पहली बार 18-19 वर्ष के नये 14 लाख एक हजार 150 मतदाताओं के नाम शामिल किये गये हैं. इसके साथ ही दिव्यांग मतदाताओं की संख्या सात लाख 20 हजार 709 है.
हटाया गया 22 लाख से ज्यादा मृतकों का नाम
आयोग द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया है कि 24 जून को जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के समय से लेकर अंतिम मतदाता सूची तक राज्य भर से कुल 69 लाख 30 हजार 817 मतदाताओं के नाम सूची से हटाये गये. इसमें एसआइआर और दावा-आपत्ति के माध्यम दोनों आंकड़े शामिल हैं. इधर एसआइआर के बाद जारी अंतिम मतदाता सूची में कुल 21 लाख 53 हजार 343 नये वोटरों के नाम सूची में शामिल किये गये हैं. एसआइआर आरंभ होने के पहले बिहार की सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुल सात करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाताओं के नाम शामिल थे. एसआइआर के दौरान 22 लाख 34 हजार 136 मतदाता मृत पाये गये जबकि छह लाख 85 हजार मतदाताओं के नाम को दोहरी प्रविष्टि पायी गयी थी. इसी प्रकार से एसआइआर में कुल 36 लाख 44 हजार 939 मतदाता स्थायी रूप से स्थानांतरित पाये गये. इस प्रकार एसआइआर में कुल 65 लाख 64 हजार 75 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से बाहर किये गये.
बिहार में कुल 7,41,92,357 योग्य वोटर
एसआइआर आरंभ होने के समय मतदाताओं की संख्या से अंतिम सूची के मतदाताओं की संख्या में कुल 47 लाख 77 हजार 487 मतदाताओं कमी दर्ज की गयी है. इधर एसआइआर के बाद एक अगस्त को प्रकाशित प्रारूप सूची में 7 करोड़ 24 लाख पांच हजार 756 मतदाताओं के नाम शामिल थे. प्रारूप सूची के आधार पर किये गये दावा-आपत्ति के बाद राज्य भर में कुल 3 लाख 66 हजार 742 अयोग्य मतदाताओं का नाम सूची से हटाया गया. जबकि दावा-आपत्ति के माध्यम से प्राप्त 21 लाख 53 हजार 343 योग्य मतदाताओं के नाम सूची में शामिल किया गया.