SIR के बाद बिहार में आई अंतिम मतदाता सूची पर राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों से किसी भी तरह की अपील दर्ज नहीं की गई है।

SIR के बाद बिहार में आई अंतिम मतदाता सूची पर राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों से किसी भी तरह की अपील दर्ज नहीं की गई है। राज्य के सभी जिलों से जिला मजिस्ट्रेटों को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 8 अक्टूबर 2025 तक लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 24(क) के तहत कोई अपील दाखिल नहीं हुई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बयान जारी करके कहा है कि जीरो अपील से ये साबित होता है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर तमाम राजनीतिक दलों और NGO का नैरेटिव आधारहीन साबित हो गया है।
सभी जिलों में ज़ीरो अपील
बिहार के 38 जिलों से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने से संबंधित कोई अपील आई हो। इसका मतलब है कि निर्वाचन निबंधन पदाधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाही पर किसी ने आपत्ति नहीं जताई।
राज्य निर्वाचन विभाग ने इसे पारदर्शिता और प्रभावी पुनरीक्षण प्रक्रिया का परिणाम बताया है।
चुनाव आयोग ने जारी की अंतिम मतदाता सूची
चुनाव आयोग ने 30 सितंबर 2025 को बिहार की अंतिम मतदाता सूची जारी की थी। इस सूची में करीब 7 करोड़ 42 लाख मतदाताओं के नाम शामिल हैं। आयोग का कहना है कि इस प्रक्रिया के दौरान सभी दावों और आपत्तियों का निपटारा विधि अनुसार किया गया।
सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई
बिहार की मतदाता सूची को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कल अहम सुनवाई होनी है। पिछली सुनवाई में अदालत ने चुनाव आयोग से पूछा था कि सूची से हटाए गए 3 लाख 66 हजार नामों की पूरी जानकारी दी जाए। अदालत ने आयोग से यह भी कहा था कि वह स्पष्ट करे कि किन कारणों से ये नाम हटाए गए। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को निर्देश दिया था कि वे उन मतदाताओं की जानकारी पेश करें जिनके नाम बिना किसी कारण बताए सूची से हटाए गए हैं।
चुनाव की घोषणा के बीच बढ़ी निगरानी
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही मतदाता सूची को लेकर निगरानी और बढ़ गई है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि बड़ी संख्या में नाम गलत तरीके से काटे गए हैं, जबकि चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। केंद्रीय चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि सभी प्रक्रियाएं नियमों के तहत हुई हैं और अब तक किसी भी स्तर पर अपील न आने से यह स्पष्ट है कि सूची निष्पक्ष और सही तरीके से तैयार की गई है।
जनता से आयोग की अपील
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपने नामों की जांच स्वयं करें और किसी भी त्रुटि की स्थिति में तुरंत संपर्क करें। आयोग का कहना है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए हर मतदाता की भागीदारी महत्वपूर्ण है।