सर्जिकल स्ट्राइक से ऑपरेशन सिंदूर तक: संदेश साफ– युद्ध भी लड़ा, विकास भी जारी रहा

नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने News18इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मोदी सरकार के 11 साल के कामकाज और सुरक्षा से लेकर विकास तक की नीतियों पर खुलकर बात की. नेटवर्क18 ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी के सवालों का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश ने सबसे कठिन दौर को भी सफलता से पार किया, चाहे वह कोरोना महामारी हो, या फिर पाकिस्तान पर जवाबी हमले. अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने बड़ा युद्ध भी लड़ा, लेकिन विकास को कभी नहीं रोका. सुरक्षा और विकास दोनों मोर्चों पर संतुलन कायम किया. आतंकवाद को नियंत्रित करने से लेकर ग्लोबल डिप्लोमेसी तक, मोदी जी ने ऐसा नेतृत्व दिखाया जिसे सदियों तक याद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मोदी जी के फैसलों से देश की जनता का विश्वास मजबूत हुआ है. आज दुनिया भारत को गंभीरता से लेती है क्योंकि यहां एक निर्णायक नेतृत्व है.
कोरोना पर मोदी सरकार का मॉडल
अमित शाह ने कहा कि कोरोना का प्रबंधन पूरी दुनिया में भारत का सबसे सफल रहा. इसका कारण था केंद्र, राज्य और जनता तीनों का एक साथ लड़ना. थाली बजाने से लेकर दिया जलाने और जनता कर्फ्यू जैसे कदमों ने सामूहिक मनोबल खड़ा किया. फिर सबसे पहले वैक्सीन टास्क फोर्स बनाई गई और समय पर वैक्सीन भी तैयार हुई. शाह ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करके 140 करोड़ लोगों का टीकाकरण और हर एक को डिजिटल रिसीप्ट देना एक बड़ी उपलब्धि रही. दूसरी लहर में अचानक ऑक्सीजन की कमी आई, लेकिन पूरी दुनिया से ऑक्सीजन मंगाकर दिन-रात काम हुआ.
आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी
अमित शाह ने उरी, पुलवामा और पहलगाम हमलों के बाद भारत की कार्रवाई का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव इस बात का प्रमाण हैं कि मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर चलती है. उन्होंने साफ कहा कि पहले बड़े हमले हुए, मुंबई पर 26/11 जैसा हमला हुआ, लेकिन कभी जवाब नहीं दिया गया. मोदी सरकार ने हर बार कठोर जवाब दिया और पाकिस्तान को संदेश दिया कि भारत की सीमा और सेना के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता.
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान की धरती पर जाकर उनके आतंकी हेडक्वॉर्टर को उड़ाना पूरी दुनिया के लिए चौंकाने वाला था. इसे केवल मजबूत इच्छाशक्ति वाला नेतृत्व ही कर सकता था.
धारा 370 पर ऐतिहासिक फैसला
अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनसंघ से लेकर भाजपा तक हमेशा से धारा 370 का विरोध होता आया. पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसके खिलाफ अपना जीवन दिया. लेकिन तब भाजपा के पास बहुमत और दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी थी. 2019 में मोदी जी दो तिहाई बहुमत से लौटे और पहले ही सत्र में धारा 370 हटाकर ऐतिहासिक कदम उठाया गया. शाह ने कहा कि इससे भारत ने दुनिया को संदेश दिया कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा.
मोदी जी हैं टफ टास्क मास्टर: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी हर जिम्मेदारी पर कड़ा हिसाब-किताब लेते हैं. चाहे वे संगठन में हों, मुख्यमंत्री हों या प्रधानमंत्री, उनकी शैली हमेशा अनुशासन और सिद्धांतों पर आधारित रही है. शाह के अनुसार, मोदी जी व्यक्तिगत द्वेष के कारण कभी किसी कार्यकर्ता को डांटते या अपमानित नहीं करते. उनकी कठोरता शुचिता, शिष्टता और सिद्धांतों पर टिकी है. इसी वजह से उन्हें असली टफ टास्क मास्टर कहा जा सकता है.
शाह ने बताया कि नरेंद्र मोदी पर आरएसएस का गहरा प्रभाव है. उन्होंने हमेशा ‘राष्ट्र प्रथम, पार्टी बाद में, और उसके बाद कार्यकर्ता’ की सोच अपनाई है. लंबे अनुशासन और संघ के संस्कारों ने उनके नेतृत्व को गढ़ा है.
अमित शाह ने कहा कि मोदी और कार्यकर्ता, दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं. मोदी जी हर कार्यकर्ता को पार्टी के सिद्धांतों पर जीने की आदत डालते हैं. शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भी मोदी जी पार्टी की बैठकों में लगातार मौजूद रहते हैं और कार्यवाही पर ध्यान देते हैं. यही वजह है कि कार्यकारिणी की उपस्थिति और अनुशासन दोनों बढ़ गए हैं.