Bihar Chunav: सुरीला होगा बिहार चुनाव, 5 चर्चित गायक ठोकेंगे चुनावी ताल, BJP से RJD तक बन सकते हैं उम्मीदवार

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बार चुनावी रण में ग्लैमर का तड़का लगने वाला है, क्योंकि बिहार और देश के अलग-अलग हिस्सों के 5 चर्चित गायक अपनी मधुर आवाज छोड़कर राजनीतिक ताल ठोकने की तैयारी में हैं।

इन गायकों के नामों की चर्चा जोर-शोर से चल रही है, जिसमें कोई भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर, तो कोई जनसुराज या राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बैनर तले अपनी किस्मत आज़मा सकता है। इन गायकों की लोकप्रियता और जनमानस में उनकी पकड़, बिहार की चुनावी जंग को और भी दिलचस्प बनाने वाली है।

मैथिली ठाकुर (BJP)

लोकगायिका मैथिली ठाकुर का नाम इस सूची में सबसे ऊपर है। हाल ही में उनकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं विनोद तावड़े और नित्यानंद राय से हुई मुलाकात ने इन अटकलों को और मजबूत किया है। मैथिली ने खुद NDA के समर्थन में होने और बीजेपी को अपनी प्राथमिकता बताने की पुष्टि की है। मिथिलांचल की लोकप्रिय आवाज होने के नाते, भाजपा उन्हें मधुबनी के ब्राह्मण बहुल किसी सीट से मैदान में उतार सकती है। हालांकि, उनकी संभावित उम्मीदवारी को लेकर मिथिला क्षेत्र में विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं, जिसे भाजपा को साधना होगा।

पवन सिंह (BJP)

भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार और गायक पवन सिंह का नाम भी चुनावी मैदान में आने की अटकलों के साथ चर्चा में है। लोकसभा चुनाव 2024 में काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़कर उन्होंने अपनी ताकत का एहसास कराया था, भले ही वे जीत नहीं पाए। भाजपा से उनकी नजदीकियों को देखते हुए, ऐसी संभावना है कि पार्टी उन्हें किसी राजपूत बहुल सीट से विधानसभा चुनाव में मौका दे सकती है। उनकी अपार लोकप्रियता वोट बैंक को प्रभावित करने की क्षमता रखती है।

खेसारी लाल यादव (राजद)

भोजपुरी सिनेमा और संगीत के एक और ‘सुपरस्टार’ खेसारी लाल यादव की राजनीतिक एंट्री की चर्चाएं भी जोर पकड़ रही हैं। हाल ही में उनकी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से हुई मुलाकात ने इन अटकलों को और भी हवा दे दी है। सियासी गलियारों में यह भी माना जा रहा है कि खेसारी लाल यादव खुद या उनकी पत्नी, इन दोनों में से कोई एक चुनावी मैदान में किस्मत आज़मा सकता है। यादव वोट बैंक में खेसारी की गहरी पैठ और बेजोड़ लोकप्रियता को देखते हुए, अगर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उन्हें मौका देती है, तो वह निस्संदेह पार्टी के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। उनकी एंट्री से चुनावी पारा चढ़ना तय माना जा रहा है।

सुनील छैला बिहारी (जन सुराज)

लोकप्रिय मैथिली और अंगिका भाषा के गायक सुनील छैला बिहारी भी इस बार राजनीतिक अखाड़े में उतरने की तैयारी में हैं। बिहार के विभिन्न हिस्सों में उनके कार्यक्रम और लोकगीत बेहद पसंद किए जाते हैं, जिससे उनकी जनता में अच्छी पकड़ है। वह सक्रिय रूप से प्रशांत किशोर के ‘जन सुराज’ अभियान से जुड़े हुए हैं और हर सभा से पहले अपने लोकगीतों के माध्यम से जबरदस्त भीड़ जुटाने में अहम भूमिका निभाते हैं। सियासी गलियारों में यह चर्चा गर्म है कि सुनील छैला बिहारी इस बार खगड़िया से चुनाव लड़ सकते हैं। जन सुराज के मंच से उनकी संभावित उम्मीदवारी खगड़िया के चुनावी समीकरणों को निश्चित रूप से प्रभावित कर सकती है।

रितेश पांडे (जन सुराज)

भोजपुरी संगीत और फिल्मों के एक और युवा और लोकप्रिय चेहरा रितेश पांडे भी इस बार चुनावी रण में उतरने की तैयारी में हैं। कई सुपरहिट गानों से घर-घर में पहचान बनाने वाले रितेश की युवाओं में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है, जो उनके लिए एक बड़ा राजनीतिक आधार तैयार करती है। सूत्रों की मानें तो वह पहले ही प्रशांत किशोर के ‘जन सुराज’ अभियान में शामिल हो चुके हैं और ज़मीनी स्तर पर प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यह माना जा रहा है कि रितेश पांडे जन सुराज के मंच से रोहतास जिले की किसी सीट से अपनी राजनीतिक पारी का आगाज़ कर सकते हैं। उनकी एंट्री से जन सुराज को युवा वोटर्स के बीच एक मजबूत और जाना-पहचाना चेहरा मिलेगा, और रितेश अपने गानों की तरह ही राजनीतिक मंच पर भी धूम मचाने का प्रयास करेंगे।