बड़ी खबर : चुनावी अखाड़े में नहीं उतरेंगे पवन सिंह, चुनाव न लड़ने के बारे में भोजपुरी ‘पावर स्टार’ ने खुद बताया

भोजपुरी इंडस्ट्री में ‘पावर स्टार’ के नाम से मशहूर पवन ने शनिवार को X पर अपने एक पोस्ट में कहा कि ‘मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूं कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है।’

Bihar Assembly Election 2025: भोजपुरी गायक एवं अभिनेता पवन सिंह बिहार चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने खुद इसकी घोषणा कर दी है। हाल के दिनों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई उनकी मुलाकात के बाद इस बात की चर्चा एवं अटकलों ने जोर पकड़ लिया था कि भोजपुरी स्टार बिहार कि किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। भोजपुरी इंडस्ट्री में ‘पावर स्टार’ के नाम से मशहूर पवन ने शनिवार को X पर अपने एक पोस्ट में कहा कि ‘मैं पवन सिंह अपने भोजपुरीया समाज से बताना चाहता हूं कि मैं बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं किया था और नाहीं मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना है।’

पवन सिंह का अपनी पत्नी से चल रहा विवाद

पवन सिंह का इन दिनों अपनी पत्नी ज्योति सिंह के साथ विवाद चल रहा है। ज्योति सिंह बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुकी हैं। ज्योति ने शुक्रवार को जनसुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से शेखपुरा स्थित उनके आवास पर मुलाकात की।

इस मुलाकात के बारे में ज्योति सिंह ने साफ किया कि उनका उद्देश्य चुनावी नहीं है।

PK से मिलीं ज्योति सिंह

प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ज्योति सिंह ने कहा, ‘मैं यहां किसी चुनाव में भाग लेने या टिकट के लिए नहीं आई हूं। मेरे साथ जो अन्याय हुआ है, वह किसी और महिला के साथ न हो। मैं उन सभी महिलाओं की आवाज बनना चाहती हूं जो अन्याय का सामना कर रही हैं।’ उन्होंने कहा कि वह समाज में महिलाओं के अधिकारों और सम्मान के लिए काम करना चाहती हैं और इसी उद्देश्य से प्रशांत किशोर से मिलने आई थीं।

दो साल पहले भी मिली थीं-पीके

इस बारे में प्रशांत किशोर ने कहा कि ज्योति सिंह उनसे दो साल पहले भी कुछ साथियों के साथ मिली थीं और उस समय भी उन्होंने अपने पारिवारिक मामलों में किसी हस्तक्षेप की बात नहीं की थी। उन्होंने स्पष्ट किया, ‘जनसुराज पार्टी किसी व्यक्ति विशेष के लिए अपने नियमों में बदलाव नहीं करती। आरा क्षेत्र से पहले ही डॉ. विजय गुप्ता पार्टी उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं, और इसमें अब कोई परिवर्तन नहीं होगा।’ राजनीतिक विश्लेषक अशोक मिश्रा का मानना है कि यह मुलाकात सामाजिक मुद्दों पर संवाद का प्रयास हो सकता है, लेकिन चुनावी दृष्टि से इसका तत्काल कोई प्रभाव नहीं दिखता।