Bihar Election 2025: जनसुराज के टिकट पर चुनावी मैदान में मनीष कश्यप, इस विधानसभा सीट से देंगे टक्कर

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जन सुराज पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने शुक्रवार, 17 अक्टूबर को बिहार के फेमस यू-ट्यूबर और पत्रकार मनीष कश्यप (Manish Kashyap) को पश्चिमी चंपारण जिले की चनपटिया विधानसभा सीट से आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया है।

पार्टी कार्यालय में हुए कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर ने मनीष कश्यप को पार्टी का सिंबल सौंपा और कहा कि जन सुराज ऐसे युवाओं को आगे लाना चाहता है जो समाज और जनहित के मुद्दों पर सक्रिय हैं।

मनीष कश्यप क्या बोले?

जन सुराज से प्रत्याशी घोषित होने के बाद मनीष कश्यप ने कहा,मैं राजनीति को सेवा और जनसरोकार का माध्यम बनाना चाहता हूं। चनपटिया की जनता ने हमेशा बदलाव और जागरूकता का संदेश दिया है, और अब समय है कि जन सुराज के विचारों को धरातल पर उतारा जाए।

यह चुनाव किसी व्यक्ति का नहीं, बल्कि एक विचार का है – बिहार को बेहतर बनाने के विचार का। उन्होंने आगे कहा कि जन सुराज आंदोलन बिहार की उस सोच का प्रतिनिधित्व करता है जो शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को राजनीति के केंद्र में लाना चाहती है।

मनीष कश्यप का सियासी सफर

मनीष कश्यप ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP) छोड़कर जन सुराज का दामन थामा था। अप्रैल 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने दिल्ली में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की थी। हालांकि कुछ ही महीनों बाद उन्होंने भाजपा से किनारा कर लिया और प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ गए।

मनीष ने बताया कि भाजपा में रहते हुए उन्होंने महसूस किया कि युवा और आम जनता की आवाज़ पर्याप्त रूप से नहीं सुनी जा रही। उन्होंने कहा, लजन सुराज में मुझे वह मंच मिला, जहां जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी जाती है।

साल 2020 के विधानसभा चुनाव में मनीष कश्यप ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चनपटिया से चुनाव लड़ा था। उन्हें 9,239 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। उस समय भाजपा के उमाकांत सिंह ने जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस के अभिषेक रंजन दूसरे स्थान पर थे। 2025 के चुनाव में भी यही तीन चेहरे आमने-सामने हैं – भाजपा से उमाकांत सिंह, कांग्रेस से अभिषेक रंजन और जन सुराज से मनीष कश्यप।

कौन हैं मनीष कश्यप? (Who is Manish Kashyap?)

मनीष कश्यप का असली नाम त्रिपुरारी तिवारी है। उनका जन्म पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया थाना क्षेत्र के महनवा रमपुरवा गांव में हुआ। उनके पिता उदित कुमार तिवारी हैं। उन्होंने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद उन्होंने पत्रकारिता की राह चुनी और सोशल मीडिया के जरिए बिहार की समस्याओं पर आवाज उठाई।

मनीष कश्यप अपने यूट्यूब चैनल “सोन ऑफ बिहार” के जरिए लोकप्रिय हुए। उन्होंने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार से तीखे सवाल किए, जिससे वे युवाओं के बीच एक सशक्त आवाज बनकर उभरे। मार्च 2023 में मनीष कश्यप उस वक्त राष्ट्रीय सुर्खियों में आए जब तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई से जुड़े कथित वायरल वीडियो मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उन पर फेक वीडियो फैलाने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगा था। उन्होंने करीब 9 महीने मदुरई सेंट्रल जेल में बिताए और बाद में जमानत पर रिहा हुए। इस घटना के बाद वे “बिहारी अस्मिता” के प्रतीक के तौर पर सामने आए और सोशल मीडिया पर उनकी फॉलोइंग तेजी से बढ़ी।

आने वाले चुनाव में त्रिकोणिया मुकाबला तय

चनपटिया सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। एक तरफ भाजपा के उमाकांत सिंह अपने परंपरागत वोट बैंक पर भरोसा जता रहे हैं। वहींकांग्रेस के अभिषेक रंजन महागठबंधन की ओर से मैदान में हैं। जबकि जन सुराज के मनीष कश्यप पहली बार किसी बड़े दल के टिकट पर सियासी पारी खेल रहे हैं। इस बार मुकाबला युवा जोश बनाम पुराने अनुभव के रूप में देखा जा रहा है।

मनीष कश्यप की उम्मीदवारी बिहार की राजनीति में एक नई दिशा और नई भाषा का संकेत देती है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मनीष कश्यप का यह “जन सुराज प्रयोग” चनपटिया से बिहार तक नई राजनीतिक लहर पैदा कर पाता है या नहीं।