हर हाल में सत्ता से बाहर होगा NDA; मुख्यमंत्री के रूप में वापसी नहीं करेंगे नीतीश, प्रशांत किशोर ने किया दावा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एक चुनाव विश्लेषक और बाद में कुछ समय के लिए पार्टी सहयोगी के रूप में काम कर चुके किशोर ने कहा, एनडीए निश्चित रूप से बाहर होने वाला है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापस नहीं आएंगे।

Prashant Kishor: जन सुराज पार्टी के संस्थापक एवं राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बिहार में सीट और उम्मीदवारों के नाम तय करने में असमर्थ होने का दावा किया। प्रशांत ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन की हार होने की भी बात कही। प्रशांत किशोर ने हाल में कहा था कि जनता दल-यूनाइटेड (JDU) को 243 सदस्यीय विधानसभा में 25 सीट जीतने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा।

कहा- एनडीए होगा सत्ता से बाहर

प्रशांत किशोर ने पीटीआई से एक विशेष इंटरव्यू में दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी की स्थिति इससे भी और खराब हो गई है। जद (यू) अध्यक्ष के साथ एक चुनाव विश्लेषक और बाद में कुछ समय के लिए पार्टी सहयोगी के रूप में काम कर चुके किशोर ने कहा, एनडीए निश्चित रूप से बाहर होने वाला है और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में वापस नहीं आएंगे। किशोर ने कहा, जद(यू) के भविष्य को समझने के लिए आपको चुनाव विश्लेषक होने की जरूरत नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने चुनावों की घोषणा से कुछ दिन पहले ही बगावत कर दी थी और नीतीश कुमार की पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से कई उम्मीदवार महत्वहीन थे। इससे उनकी (जदयू) की सीट की संख्या घटकर 43 रह गई थी।

दावा- एनडीए में पूरी तरह से अराजकता की स्थिति

उन्होंने यह भी दावा किया कि एनडीए में पूरी तरह से अराजकता की स्थिति है और यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि भाजपा किन सीट पर चुनाव लड़ेगी और जद(यू) कहां अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है। किशोर ने कहा, ‘इंडिया’ गठबंधन की भी स्थिति बेहतर नहीं है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD)और कांग्रेस के बीच कभी न खत्म होने वाला झगड़ा है और कोई नहीं जानता कि राज्य के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी अब भी उनके साथ है या नहीं।

सत्ता में आने पर 100 सबसे भ्रष्ट नेताओं, नौकरशाहों के खिलाफ कार्रवाई

साथ ही प्रशांत किशोर ने दावा किया कि अगर बिहार में उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह 100 सबसे भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों पर कार्रवाई करेगी और पहले महीने के भीतर ऐसे नेताओं और नौकरशाहों की अवैध कमाई जब्त कर ली जाएगी। किशोर ने यह भी आरोप लगाया कि एनडीए सरकार में भ्रष्टाचार व्याप्त है, हालांकि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन की छवि लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनता दल जितनी खराब नहीं है। किशोर ने कहा, हमने बिहार को भू-माफिया, रेत खनन माफिया और अन्य सभी प्रकार के माफिया से मुक्त करने का वादा किया है। इसके लिए हमने फर्जी शराबबंदी नीति को खत्म करने सहित छह वादे किए हैं।

भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों पर मुकदमा चलाया जाएगा

उन्होंने कहा कि सरकार बनने के एक महीने के भीतर राज्य के 100 सबसे भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों की पहचान करने के लिए एक कानून बनाया जाएगा और मुझे यकीन है कि वे इसके लिए जरूर पूजा-पाठ कर रहे होंगे ताकि हम सत्ता में नहीं आएं। इन भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों पर मुकदमा चलाया जाएगा और उनकी अवैध कमाई जब्त करके सरकारी खजाने में जमा की जाएगी जिसका इस्तेमाल बिहार के विकास के लिए किया जा सकेगा जो उनकी गलत नीतियों के कारण रुका रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि अगर ‘जमीन के बदले नौकरी घोटाले’ में लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पर आरोप तय होते हैं तो यह कोई खबर होगी। उनकी छवि पहले से ही दागदार है और यह मामला एक और धब्बे की तरह होगा।

किशोर ने आरोप लगाया, लेकिन असली खबर NDA में व्याप्त भ्रष्टाचार है। सम्राट चौधरी सात लोगों की हत्या से संबंधित मामले में आरोपी होने के बावजूद उपमुख्यमंत्री के पद पर हैं। वह न तो जमानत पर हैं और न ही उन्हें बरी किया गया है। वह एक फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर मुकदमे से बच निकले, जिसमें दिखाया गया था कि घटना के समय वह नाबालिग थे। किशोर ने हाल में बिहार के कई मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिनमें भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू, दोनों के नेता हैं।