Bihar Election: ‘मेरे चुनाव लड़ने की बात सुनकर भाग उठ तेजस्वी…’, प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से क्यों की RJD नेता की तुलना

​​​​राघोपुर जाने से पहले प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,“हम राघोपुर जाएंगे और सभी साथियों और कार्यकर्ताओं से मिलेंगे जिन्होंने हर घर तक जन सुराज का संदेश पहुंचाया है। हम जनता से मिलेंगे ताकि कल जब केंद्रीय समिति की बैठक हो, तो उनके विचारों को शामिल किया जा सके। मैं समझने की कोशिश करूंगा कि वहां चुनाव लड़ने के लिए पार्टी किसे सबसे उपयुक्त मानती है। जो भी लोग तय करेंगे, वही होगा।”

बिहार विधानसभा के राघोपुर सीट पर सियासी समीकरण काफी दिलचस्प बनता जा रहा है। अटकलें लगाई जा रही है कि इस सीट पर तेजस्वी यादव के खिलाफ जन सुराज के सुप्रीमो प्रशांत किशोर लड़ने वाले हैं। वहीं, शनिवार को प्रशांत शनिवार राघोपुर के लिए रवाना हुए।

राघोपुर जाने से पहले प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,“हम राघोपुर जाएंगे और सभी साथियों और कार्यकर्ताओं से मिलेंगे जिन्होंने हर घर तक जन सुराज का संदेश पहुंचाया है। हम जनता से मिलेंगे ताकि कल जब केंद्रीय समिति की बैठक हो, तो उनके विचारों को शामिल किया जा सके। मैं समझने की कोशिश करूंगा कि वहां चुनाव लड़ने के लिए पार्टी किसे सबसे उपयुक्त मानती है। जो भी लोग तय करेंगे, वही होगा।”

तेजस्वी यादव को लेकर निशाने पर लेते हुए किशोर ने कहा,“बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर आ रहे हैं, इसलिए तेजस्वी यादव कोई दूसरी सीट तलाश रहे हैं। उन्हें वही नतीजा भुगतना होगा जो अमेठी में राहुल गांधी को भुगतना पड़ा था।”

राघोपुर में यादव जाति का दबदबा

राघोपुर विधानसभा सीट पर कुल 3,44,369 मतदाता थे। इनमें से 1,85,106 पुरुष और 1,59,258 महिला मतदाता थे। पांच मतदाता तृतीय लिंग के थे। निर्वाचन क्षेत्र में 1,097 डाक मत डाले गए थे। 2020 में राघोपुर में सेवा मतदाताओं की संख्या 1,320 (1,274 पुरुष और 46 महिला) थी। आंकड़ों के मुताबिक राघोपुर में सबसे बड़ी आबादी यादव वोटरों की है।

इसके बाद राजपूत मतदाता का नंबर आता है। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में यादव वोट करीब एक लाख तीन हजार (30 ) हैं। राजपूत वोटर्स की संख्या करीब 72,000 (21) है। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र में पासवान जाति के 43,000 मतदाता और रविदास जाति के करीब 27000 हैं।

जन सुराज ने जारी की 51 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट

कुछ दिनों पहले ही जनसुराज ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में 51 प्रत्याशियों के नाम हैं, जिनमें 17 अति पिछड़े समाज से हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि “किसी पार्टी में इतनी हिम्मत नहीं कि 30% से ज्यादा टिकट पिछड़े वर्ग को दे सके।