Maa Katyayani Puja 2025: नवरात्रि का छठा दिन मां कात्यायिनी की आराधना को समर्पित होता है। षष्ठी तिथि पर देवी की आराधना से विशेष रूप से विवाह योग्य कन्याओं को मनचाहा वर प्राप्त होता है। वहीं, युवाओं को करियर और शिक्षा में भी सफलता मिलती है। ज्योतिष शास्त्र और पुराणों में मां कात्यायनी को साहस, पराक्रम और विवेक की देवी माना गया है। ऐसी मान्यता है कि माता की पूजा करते हुए खास रंग के फूल अगर सही संख्या में चढ़ाए जाएं, तो मन की मुराद पूरी होती है।

माता की पूजा में फूलों का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि अगर सही संख्या और रंग के फूल अर्पित किए जाएं, तो देवी प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। माता कात्यायिनी की पूजा करते हुए फूलों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से दीप जलाकर पूजा करें और भोग लगाएं, तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
Maa Katyayani Puja: मां को अर्पित करें फूल
- ज्योतिष में मान्यता है कि मां कात्यायनी को 6 फूल अर्पित करना शुभ होता है।
- फूल हमेशा ताजे और सुगंधित होने चाहिए। इन फूलों का विशेष महत्व है।
- गेंदे का फूल (पीला-नारंगी रंग): यह मां कात्यायनी को अत्यंत प्रिय है। पीला रंग ज्ञान, सकारात्मकता और ऊर्जा का प्रतीक है।